पत्नी (पतिसे ) : तुम मुझसे कितना प्यार करते हो ?
पति : जितना शाहजहाँ मुमताज से करता था।
पत्नी : तो क्या तुम मेरे लिए ताजमहल बनाओगे ?
पति : हा हा क्यों नहीं , मैंने तो जगह भी देख रखी है,
बस तुम्हारे मरने का इंतज़ार कर रहा हु।
पति : जितना शाहजहाँ मुमताज से करता था।
पत्नी : तो क्या तुम मेरे लिए ताजमहल बनाओगे ?
पति : हा हा क्यों नहीं , मैंने तो जगह भी देख रखी है,
बस तुम्हारे मरने का इंतज़ार कर रहा हु।